बस्तर । सुकमा ज़िले में एक बार फिर से ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों के जवानों पर सर्चिंग के दौरान अरलमपल्ली गाँव के घरों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है।
मिली जानकारी अनुसार, सुकमा ज़िले के अरलमपल्ली गाँव में दो घरों में तोड़फोड़ की गई है और ग्रामीण इस तोड़फोड़ का आरोप सुकमा ज़िले के पुलिस जवानों पर लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गुरूवार की रात सर्चिंग पर निकले जवान शुक्रवार को अरलमपल्ली गाँव पहुँचे, जहां जवानों ने दो घरों के खपरैल एंव सीमेंट सीट की छतों में तोड़फोड़ कर दी है। ग्रामीणों द्वारा पुलिस जवानों पर गाँव के ही 9 ग्रामीणों को जबरन पुलिस जवानों द्वारा पकड़ कर ले जाने का भी आरोप लगाया है।
ग़ौरतलब है कि यह इलाक़ा नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। वही, पुलिस पर पूर्व में भी इस इलाक़े में आरोप लगते रहे है, जिसे पुलिस द्वारा नक्सलियों के दबाव में ग्रामीणों द्वारा बयान देने की बात कही जाती रही है। वही, इस तोड़फोड़ की घटना के बाद सुकमा कोया समाज के अध्यक्ष वेको हूँगा ने भी अरलमपल्ली गाँव का दौरा कर ग्रामीणों से जानकारी ली है। पुरे मामले में समाज के पदाधिकारी पुलिस अधिकारियों से भी मुलाक़ात कर सकते है।
नोट : – ‘बस्तर की आवाज’ आप सभी देशवासियों से अपील करता है कि आप सभी अपने घर पर रहें और सुरक्षित रहें क्योंकि कोरोना वायरस लगातार फैल रहा है। इससे बचने का केवल एक ही उपाय है ‘घर पर रहना’। सरकार सभी तक मदद पहुंचा रही तो हमारा भी कर्तव्य है कि देश की सुरक्षा के लिए लॉक डाउन के नियमों का पालन करें।