रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई करने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। शुक्रवार को एनआईए ने इस साजिश से जुड़े दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों में उत्तर प्रदेश के जिला प्रयागराज के रहने वाले सुधीर त्रिपाठी और सूरज निषाद शामिल हैं।
इनकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले में अब तक कुल छह आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। इससे पहले, एनआईए ने जनवरी 2023 में चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन गिरफ्तारियों के दौरान स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए थे। मामले में शस्त्र अधिनियम, यूए (पी) ए और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरोपियों का नक्सलियों से संपर्क
गिरफ्तारी के बाद की गई जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सुधीर और सूरज नक्सलियों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क में थे। जनवरी में एनआईए द्वारा मामले की जांच अपने हाथ में लिए जाने पर, एजेंसी ने पाया कि ये दोनों आरोपी छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों को यूपी से हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति में संलिप्त थे। एनआईए की जांच में यह भी सामने आया कि सुधीर और सूरज एक-दूसरे के नियमित संपर्क में थे और नक्सलियों को साजो-सामान संबंधी सहायता प्रदान करने में संलिप्त रहे हैं।
नक्सलवाद के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई तेज
इस मामले में एनआईए की कार्रवाई तेज़ी से आगे बढ़ रही है। एजेंसी ने पहले से गिरफ्तार चार आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आगे की जांच की। उन्हें यह भी पता चला कि आरोपियों का नक्सलियों के साथ गहरा संबंध था, जिससे उन्हें बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति की जा रही थी। यह सब एक संगठित तरीके से किया जा रहा था, जिससे नक्सलियों की गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा था।
स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों की भूमिका
इस मामले में स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने एनआईए को आरोपियों के ठिकाने की जानकारी दी और गिरफ्तारी में सहयोग किया। सुरक्षा बलों ने उन स्थानों पर छापेमारी की, जहां से हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति की जा रही थी।