बस्तर। धुर नक्सल प्रभावित जिला बदतर के इलाके बीजापुर और दंतेवाड़ा को रेल लाईन से जोडऩे के प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। इस परियोजना का पहला चरण गीदम-बीजापुर-भोपालपटनम रेल लाइन का प्रस्ताव है। इसके बाद भोपालपटनम रेल लाइन को हैदराबाद के निकट मंचीराल स्टेशन तक बढ़ाया जा सकता है।
दो चरणों में पूरा होने वाली 236 किमी की इस परियोजना पर करीब साढ़े 4750 करोड़ से अधिक खर्च का अनुमान हैं। राज्य सरकार प्रस्ताव को जल्द ही केन्द्रीय रेल मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजेगी।
बताया गया कि प्रस्तावित रेल परियोजना से न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि महाराष्ट्र और तेलंगाना को भी फायदा होगा। इस रेल परियोजना से बस्तर में आवागमन में बढ़ोत्तरी होगी। खास बात यह है कि धुर नक्सल इलाके भी रेल लाइन से जुड़ जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय ने प्रस्तावित रेल परियोजना को लेकर प्रेजेंटेशन भी दिया है।पहले चरण की रेल योजना 126 किमी की होगी। यह परियोजना दंतेवाड़ा के गीदम से समलूर,नलासनार, भैरमगढ़, जांगला, जीवाराम, नैमेड, बीजापुर, मदेड और भोपालपटनम तक बिछाने का प्रस्ताव है। फिर इसको आगे बढ़ाकर तेलंगाना के वारंगल और मंचेरीयल रेल लाईन से जोड़ा जा सकता है। पहले चरण में 2520 करोड़ और दूसरे चरण की परियोजना पर 2218 करोड़ खर्च अनुमानित है। इस परियोजना के पूरा होने से एनएमडीसी, सीएमडीसी और नगरनार स्टील प्लांट को माल ढुलाई में भी आसानी होगी।