बारसूर से लगे लोहंडीगुड़ा ब्लाक के बोदली में सेवा दे रहे नर्स दीदियों की शहराना कार्य।

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बारसूर: बस्तर का वो हिस्सा जो आज भी अबूझमाड़ से लगी है विकास खंड लोहंडीगुड़ा के बोदली पंचायत में संचालित उपस्वास्थ्य केन्द्र की टीम इन दिनों बारिश में उफनते छोटे बड़े नालों को पार कर स्वास्थ्य टीम मरीजों तक पहुंच रही है।यह टीम पिछले 9 साल से अबूझमाड़ और इसके आस-पास के इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का काम कर रही हैं. उन्होंने तमाम दिक्कतों को झेलते हुए भी अपना काम जारी रखा और मरीजों निश्वासो के साथ इलाज कर रहे हैं।.

पहाड़ी रास्ते, उफनते नदी और नाले पार कर गांव-गांव घूमकर महिलाओं और बच्चों के साथ-साथ गांव वालों का इलाज करती हैं.दिनेश कुमार ,तिलेश्वर ,धामनी,सानू कश्यप ने पिछले 9 साल से नॉन स्टाप अपनी ड्यूटी निभाकर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य का वरदान दे रही हैं.
2000 से अधिक लोगों के स्वास्थ्य का रखते हैं ख्याल
कठिन भौगोलिक और असमान्य परिस्थितियों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम नेतृत्व में जगदलपुर के लोहंडीगुड़ा विकासखंड के 7 गांव बोदली,सालेपाल, किलम ,कांचनार, पावेल, हितामेटा, टेंडम,भटबेड़ा जैसे दुरस्त पहाड़ी क्षेत्रों को पार कर लगभग 2000 से ज्यादा आबादी के स्वास्थ्य का ख्याल रखते है.समय पर नहीं पहुंचने का रहता डर है जब स्वास्थ्य टीम से जानकारी छाया गया तो उन्होंने रास्ते में कहीं छोटे बड़े नदी पार कर बच्चों को रोटावायरस और गर्भवती महिलाओं को हकलाना गांव पहुंचकर टीकाकरण और गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने के अलावा 2 से 4 गांव के बीच पड़ने वाले पहाड़ी नालों को पार कर वहां रहने वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं को बुलाकर कर और उसके स्वास्थ्य की जांच करते हैं. कई बार भारी बारिश की वजह से नदी-नाले ऊफान पर रहते हैं, जिसकी वजह से कई बार वो इलाज करने के लिए गांव में नहीं पहुंच पाती, जिसका उन्हें डर बना रहता है.अफसर भी करते हैं तारीफ
बोदली क्षेत्रों में के काम की विभाग के अफसर भी तारीफ करते नहीं थकते हैं. इसके साथ ही कलेक्टर ने भी नर्स दीदियों के काम की पिछले साल काफी तारीफों के पुल बांधे हैं. जिस दौर में सरकारी अस्पताल और डॉक्टरों की कार्यशैली पर आए दिन सवाल उठते रहते हैं. ऐसे में बोदली क्षेत्रों में कार्यरत स्वास्थ्य टीम जैसे स्वास्थ्य कार्यकर्ता ही हैं, जिनकी वजह से शायद आज के दौरान में भी डॉक्टर और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को लोगों ने भगवान का दूसरा रूप मानते हैं।

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