रायपुर :- जिले में शिक्षा व्यवस्था को लेकर NSUI सोमवार को दोपहर एक बजे जिला शिक्षा अधिकारी दफ्तर के सामने शव यात्रा निकालेगी। राजधानी में चल रहे बिना मान्यता वाले KPS समेत सभी निजी स्कूलों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। लेकिन अब तक कोई एक्शन न लेने को लेकर छात्र संगठन अपना विरोध जताएगी।
NSUI का आरोप है कि, राजधानी में चलने वाले KPS के ज्यादातर स्कूलों के पास मान्यता नहीं है। रायपुर में बड़ी संख्या में ऐसे प्ले स्कूल भी चलाए जा रहे हैं, जिनकी न तो मान्यता है और न ही दिशा निर्देशों के अनुसार उन स्कूलों का संचालन हो रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी पर संरक्षण का आरोप
NSUI का आरोप है कि, स्कूलों में चल रही इस धांधली को रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल संरक्षण दे रहे हैं। उनके ही इशारे पर इन स्कूलों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हो रहा है। ये बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
ये है पूरा मामला
राजधानी रायपुर के गली-मोहल्लों में चल रहे निजी स्कूलों की मान्यता को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत मिली थी। जांच के बाद पता चला कि 16 में से सिर्फ 2 स्कूलों को ही मान्यता मिली हुई है। बाकी अन्य के पास मान्यता नहीं है।
जिसके बाद से ही यूथ कांग्रेस और NSUI ने प्रदर्शन कर गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। लगभग महीने भर पहले बिना मान्यता के संचालित होने वाले चैतन्य टेक्नो स्कूल की अमलीडीह ब्रांच को जिला शिक्षा अधिकारी ने सील किया था।
मान्यता के बिना छात्रों को एडमिशन देने के कारण स्कूल की दो ब्रांच पर 1-1 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है। लेकिन निजी प्रबंधन के स्कूलों पर कार्रवाई नहीं होने पर NSUI लगातार जिला शिक्षा अधिकारी से कार्रवाई की मांग कर रहा है।
स्कूल ने FIR भी दर्ज करवाया
रायपुर में कांग्रेस नेता विकास तिवारी समेत 2 NSUI नेता कुणाल दुबे और हेमंत पाल के खिलाफ राजेन्द्र नगर थाने में FIR हुआ है। कृष्णा किड्स स्कूल प्रबंधन का आरोप है कि इन्होंने स्कूल के अंदर जबरदस्ती घुसकर शिक्षा विभाग और संस्था के खिलाफ नारेबाजी कर स्टाफ को गाली दी।
कृष्णा किड एकेडमी के एडमिनिस्ट्रेटर संजय त्रिपाठी ने शिकायत में बताया कि, 6 जून की दोपहर NSUI कार्यकर्ता स्कूल परिसर के जबरदस्ती घुस आए। उस दौरान स्कूल में हेड मास्टर समेत स्टाफ मौजूद थे। विकास तिवारी और उनके साथ पहुंचे लोग संस्था के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। हंगामा करते हुए गाली-गलौज भी की।