बैकुंठपुर (कोरिया). कोरिया पुलिस ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार कर उनसे 206 नग मोबाइल बरामद किया है. चारों आरोपी पश्चिम बंगाल व झारखंड के निवासी हैं, जो घरेलू सामान देकर पुराना मोबाइल खरीदते थे. मामला कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र का है. इन मोबाइल का साइबर फ़्रॉड में बड़े पैमाने पर प्रयोग हो सकता था. पकड़े गए आरोपी चोरी के मोबाइल कोलकाता में पहले भी बेच चुके हैं.जानकारी के अनुसार 6 अगस्त 2024 को पुलिस अधीक्षक कोरिया को मुखबीर से सूचना मिली कि पश्चिम बंगाल से कुछ लोग थाना क्षेत्र में ग्राम आंजोखुर्द की तरफ घूम रहे हैं. अपने पास बहुत अधिक संख्या में मोबाइल फोन रखे हुए हैं. वे लोगों से पुराने फोन की मांग करते हैं और घर का जरूरी सामान देते हैं. इस पर पुलिस अधीक्षक को संदेह हुआ. एसपी ने थाना प्रभारी पटना को आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करने निर्देशित किया.
एसपी के निर्देश पर थाना पटना की टीम मौके पर पंहुचकर दबिश दी, जहां चार व्यक्ति रियाजुल हक, सेन्दु शेख, फारुख शेख एवं ईबादु रहमान संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाए गए. पूछताछ करने पर सभी ने पश्चिम बंगाल एवं झारखंड की तरफ का होना बताया. उनके पास रखे बोरी को चेक किया गया, जिसमें से अलग-अलग कम्पनियों की एक बोरी मोबाइल फोन प्राप्त हुआ. सभी मोबाइल को गवाहों के समक्ष बरामद कर मोबाइल की गिनती की गई, जिसमें कुल 206 नग अलग-अलग कम्पनियों का मोबाइल बरामद किया गया. चारों संदिग्ध से बरामद मोबाइल के स्वामित्व के संबंध में धारा 94 बीएनएसएस का नोटिस दिया गया. वैध दस्तावेज नहीं होने पर चारों आरोपी को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की गई. आरोपियों ने बताया कि वे सभी मोबाइल को कलकत्ता में ले जाकर अलग-अलग दुकानों में बेच देते हैं.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल, जामताड़ा जैसे स्थान पूरे भारत वर्ष में ऑनलाइन ठगी करने का मुख्य केंद्र है, जहां इस तरीके से मोबाइल का उपयोग कर सकते हैं. इसकी शंका के आधार पर संदेहियों को पकड़कर 206 नग मोबाइल जब्त कर आगे की कार्रवाई की गई.