धर्मेंद्र यादव
दंतेवाड़ा।छत्तीसगढ़ – आंध्रप्रदेश की सीमा पर शबरी नदी से भरे बारिश में रेत परिवहन के मामले का पर्दाफाश करने गए चार पत्रकारों को कोंटा थानेदार और रेत माफियाओं ने मिलकर गांजा के तश्करी केश में फंसा दिया।पुलिस द्वारा रचित इस षडयंत्र को लेकर प्रदेश भर के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है।मामला निपटाया नही गया तो प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन की तैयारी चल रही है।
पूरा मामला कोंटा क्षेत्र से जुड़ा है।सूचना मिल रही थी कि पुलिस और खनिज विभाग के अधिकारियों से सांठ गांठ कर शबरी से रेत का अवैध कारोबार तेलंगाना के रेत माफियाओं द्वारा किया जा रहा।मामले के पर्दाफाश करने पत्रकार बप्पी राय और उनके तीन अन्य साथी कोंटा गए हुए थे।9 अगस्त की रात इन पत्रकारों ने फांदीगुड़ा के पास रेत लोड एक ट्रक को पकड़ा और इसकी सूचना कोंटा थानेदार सोनकर को दी।थानेदार ट्रक में लदे रेत पर कार्रवाई की जगह पत्रकारों से भिड़ गए और उन्हें ही अंदर कराने की धमकी देने लगे। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला देर रात शांत हो गया और चारों पत्रकार कोंटा के एक होटल में रुक गए।उनकी गाड़ी होटल के बाहर खड़ी थी।मौके का फायदा उठाकर उनकी गाड़ी की डिक्की में 40 गांजा रख दिया गया। सुबह उठ चारों पत्रकार चट्टी(आंध्रप्रदेश) चाय पीने गए।वही अचानक पुलिस पहुंची और डिक्की खोल गांजा बरामद कर उन्हे चिंतुर थाने ले गए।