कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के माकड़ी थाना क्षेत्र की निवासी एक आदिवासी युवती को अपहरण कर एक युवक आरोपित फिरोज मुंबई ले जाकर डेढ़ वर्ष तक उसे एक कमरे में बंधक बनाकर उसके साथ बार-बार जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया। आरोपी युवक को यूपी के कानपुर से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि कोंडागांव जिले के एक छोटे से गांव की रहने वाली युवती के साथ आरोपी युवक ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। अभी पीड़िता का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। पीड़िता के मुताबिक, पहले आरोपी ने फोन कॉल पर बात करना शुरू किया। अननोन नंबर से कॉल आने पर उसे इग्नोर करने लगी, फिर उस नंबर को ब्लॉक कर दिया। फिर नए-नए नंबरों से कॉल आने लगे। सभी नंबरों को ब्लॉक करती गई, मगर धीरे-धीरे आरोपी युवती को अपने झांसे में ले ही आया।
बातचीत होने लगी और मामला दोस्ती तक जा पहुंचा। फिर आरोपी हमेशा युवती का पीछा करता रहता। कहां जाती कहां आती है, सभी जगह वह पहुंच जाता था। युवती की अचानक तबीयत खराब होने से वह कोंडागांव इलाज के लिए पहुंची। पीछा करता हुआ आरोपी भी पहुंच गया। सुनसान जगह देखकर आरोपी ने युवती की गर्दन पर एक कांच की बोतल फोड़कर गले पर लगा दिया और उसे चलते रहने को कहा, युवती को एक समय लगा कि बस में बैठने से पहले वह चिल्लाए और लोगों की मदद मांगे, मगर हिम्मत नहीं जुटा पाई और आरोपी उसे सीधे मुंबई लेकर पहुंच गया।
इस बीच युवक ने युवती के हाथ से मोबाइल छीनकर उनके परिजनों को मैसेज कर दिया कि वह सही सलामत है और उसे एक लड़के से प्यार हो गया है। वह घर बसाने चली गई है। घर वाले उसकी चिंता ना करें। मुंबई ले जाकर आरोपी ने युवती को एक कमरे में बंद रखा। उसके साथ मारपीट भी करता था। कमरा ऐसा कि जहां बाहर से हवा भी नहीं मिलती थी। कमरे में रोशनी भी नहीं आती थी। हमेशा चिल्लाने की आवाज आसपास से आती रहती थी। युवती के पास मोबाइल नहीं था और दोनों हाथ बंधे हुए थे।
हैवानियत की हदें यहीं नहीं रुकी। आरोपी ने युवती के प्राइवेट पार्ट पर केमिकल डालकर जला दिया। अचानक एक दिन आरोपी युवक जब काम पर चला गया तो वह मोबाइल छोड़ गया था। बस इस मौके को युवती नहीं छोड़ना चाहती थी और उसने मोबाइल से एक नंबर निकाला। आरोपी युवक जिस कपड़ा फैक्ट्री में काम करता था उसके मालिक को कॉल लगाकर युवती ने पूरी आपबीती बताई। इसके बाद मालिक उसे छुड़वाने की जुगाड़ में लग गया और उसकी हाथों को खोला और यहां से जल्दी निकल जाने की बात कही।
सहमी युवती रेलवे स्टेशन तक पहुंची और ट्रेन पर जा चढ़ी। पहली बार ट्रेन पर सफर कर रही युवती डरी सहमी सी बैठी हुई थी और अचानक से टीटी उनके पास पहुंचकर उनसे टिकट दिखाने को कहा। फिर जवानों को युवती ने सारी कहानी बताई। फिर टीटी ने उसे आगे जाने के लिए कहा और उनकी तरफ से मदद मिली। मुंबई के जिस व्यापारी ने उसे ट्रेन पर जाने को कहा था उसने रायपुर स्टेशन पर भी अपने परिचितों को पूरी कहानी बताकर इस युवती को पिकअप करने की बात कही थी। आखिरकार किसी तरह युवती बस बैठकर कोंडागांव पहुंची और अपने घर में सारी कहानी बताई। युवती को परिजनों ने तत्काल जिला अस्पताल लाया। फिलहाल उनका उपचार जारी है।