जगदलपुर : छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के सामान देय तिथि से 4% महंगाई भत्ता देने तथा महंगाई भत्ता की पूर्व बकाया एरियर्स राशि को जीपीएफ खाते में समायोजित करने की मांग सहित चार सूत्री मांगों के लिए चार चरणों में आंदोलन “झन करव इनकार, हमर सुनव सरकार” के नारों के साथ किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संभाग प्रभारी कैलाश चौहान, अध्यक्ष गजेंद्र श्रीवास्तव, जिला संयोजक आर डी तिवारी ने बताया कि भाजपा के घोषणा पत्र मोदी की गारंटी के साथ कर्मचारियों की प्रमुख चार सूत्रीय मांगो जिसमे प्रमुखता_ केंद्र के सामान देय तिथि से 4% महंगाई भत्ता देने , पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल की महंगाई भत्ता की बकाया राशि को जीपीएफ खाते में समायोजित करने, प्रदेश के समस्त कर्मचारियों को चार स्तरीय समयमान वेतनमान देने, केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता देने, मध्य प्रदेश सरकार की भांति प्रदेश के कर्मचारियों को अर्जित अवकाश नगदीकरण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन करने की मांगों को लेकर तृतीय चरण का आंदोलन में आज (बुधवार) संध्या 05 बजे बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर में मशाल रैली निकालते हुए माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर बस्तर को सौंपा गया। जिसमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, लोक निर्माण विभाग ,पी एच ई विभाग,बस्तर विश्व विद्यालय, न्यायालयीन कर्मचारी,कृषि विभाग,आई टी आई,कलेक्टर,कमिश्नर ,तहसील कार्यालय के सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहें।