रायपुर। गुरू घासीदास की कर्म व तपोभूमि तेलासीपुरी में आज गुरू दर्शन मेले का आयोजन हुआ। यह वह गांव है, जहां अमरदास ने भी तप किया था और लोगों को भाईचारा व शांति के साथ रहने का संदेश दिया। जिनकी याद में यहां प्रतिवर्ष गुरू दर्शन मेले का आयोजन होता है। इस मेले में हजारों की संख्या में लोग पहुंचकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज बाबा गुरु घासीदास जी की कर्मभूमि एवं गुरु अमरदास की तपोभूमि तेलासीपुरी धाम में आयोजित गुरु दर्शन मेला कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने बाबा गुरु घासीदास एवं गुरु अमरदास जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं पूजा-अर्चना कर किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं सर्वाेच्च गुरु आसमदास साहेब का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों क़ी मांग पर तेलासी गुरुद्वारा बाड़ा विकास हेतु 3 करोड़ 18 लाख रुपये देने, मुख्य मंदिर से मुख्य सडक तक सीसी रोड एवं गैतरा मेन रोड से बोहारडीह नाला तक सडक निर्माण, गुरु अमरदास जलाशय का सौंदर्यीकरण तथा अनुसचित जाति छात्रावास तेलासी में 50 अतिरिक्त सीट हेतु भवन निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री साय ने विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व सत्य की विजय एवं बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है। लेकिन हमें काम, क्रोध, मद, लोभ रूपी बुराई पर विजय प्राप्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समाज में छुआछूत और असमानता को दूर करने 18 वीं सदी में बाबा गुरु घासीदास जी अवतरित हुए। उन्होंने दुनिया को मनखे-मनखे एक सामान का सन्देश दिया। हमारी सरकार बाबा गुरु घासीदास जी के बताए मार्ग पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि समाज के विकास का मूलमंत्र शिक्षा है। समाज में अनपढ़ व्यक्ति भी जीवन जीता है लेकिन शिक्षित और अनपढ़ के जीवन में काफी अंतर होता है। शिक्षित समाज से ही प्रदेश और राष्ट्र का विकास होगा। हमारी सरकार नई राज्य सरकार के गठन के तत्काल बाद मोदी जी की गारंटी को लगातार पूरा कर रही है, जिसमें 21 क्विंटल प्रति एकड़ एवं 3100 रुपये में धान खरीदी, किसानों को बकाया बोनस राशि का भुगतान, 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति, तेंदूपत्ता खरीदी दर बढ़ाकर 5500 रुपये प्रति मानक बोरा किया गया। महतारी वंदन योजना, रामलाला दर्शन योजना सहित अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं।