भिलाई :- छत्तीसगढ़ के शिव भक्तों को मशहूर कथावाचक और कुबेरेश्वर धाम के मुख्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने बड़ी खुशखबरी दी है।अभी पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा अपने धाम यानी कुबेरेश्वर में चल रही है। कुबेरेश्वर धाम की ये कथा 14 जुलाई से शुरू हुई है जो कि 21 जुलाई तक चलने वाली है।इसी कथा के बीच बुधवार यानी 17 जुलाई को प्रदीप मिश्रा ने कथा मंच से ही छत्तीसगढ़ के लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है।मंच से प्रदीप मिश्रा ने कहा कि सभी छत्तीसगढ़ के लोगों को बधाई। ये आने वाला पूरा सावन का पूरा महीना उन्हें मिलने वाला है। इस बात को सुनकर पंडाल में बैठे लोग उत्साह से झूम उठे।
क्या है छत्तीसगढ़ के शिव भक्तों के लिए खुशखबरी
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा मंच से ऐलान किया है कि कुबेरेश्वर धाम की कथा पूर्ण होने के बाद 25 जुलाई से छत्तीसगढ़ (Pandit Pradeep Mishra in CG) में कथा शुरू होने वाली है।
पहले ये कथा 23 जुलाई से लखनऊ में आयोजित होनी थी, लेकिन कई परेशानियां आने के कारण लखनऊ की कथा को कैंसिल कर दिया गया है।
अब ये कथा छत्तीसगढ़ के भिलाई में होने वाली है। प्रदीप मिश्रा ने कहा इस बार का पूरा सावन छत्तीसगढ़ वालों को मिल गया है। ये छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए बधाई की बात है।
कहां और कितने बजे से होगी कथा
कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वयं बताया है कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की तहसील भिलाई में 25 जुलाई 2024 से शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जाएगा।
इस होने वाली कथा का स्थान सेक्टर नंबर 6, जयंती स्टेडियम, भिलाई रहेगा। कथा अपने निर्धारित समय दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक होगी।
इसी के साथ पंडित मिश्रा ने ये भी कहा कि जो भी भक्त छत्तीसगढ़ की कथा में जाना चाहता हो वह अपनी व्यवस्था कर लें।
ट्रेन से जाने वाले अपनी टिकट बुक कर लें जिससे उन्हें भिलाई जाने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
अचानक तय हुई भिलाई की कथा
पंडित मिश्रा ने बताया कि यह कथा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 23 जुलाई से प्रारम्भ होनी थी। वहां के भक्त इस कथा को लेकर काफी उत्साहित भी हैं।
लखनऊ में 1 साल से भी ज्यादा समय से कथा की तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन कथा प्रारंभ होने से कुछ दिन पहले ही कुछ परेशानियां आ जाने के कारण और प्रशासन की तरफ से परमिशन में दिक्कत आने के कारण कथा को आगे बढ़ा दिया गया है।
इस तरह लखनऊ की कथा कैंसिल हुई। इसके साथ ही मिश्रा ने कहा कि लखनऊ के शिव भक्तों को दुख होगा, क्योंकि वे काफी लंबे समय से कथा की तैयारियां कर रहे हैं पर बाबा से बड़ा किसी का आदेश नहीं होता है, जैसा बाबा चाहते हैं वैसा ही होगा।
जब बाबा चाहेंगे तब लखनऊ में कथा होगी। इस तरह लखनऊ की कथा नहीं हो पाई और छत्तीसगढ़ के लोगों की किस्मत चमक गई।