भिलाई : विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तारी के बाद देर रात रायपुर सेंट्रल जेल में दाखिल कराया गया है। इससे पहले बलौदाबाजार पुलिस देवेंद्र यादव को भिलाई से अपने साथ ले गयी थी। पुलिस ने तमाम कागजी कार्रवाई करने के बाद विधायक देवेंद्र यादव को कोर्ट में पेश किया।
इस दौरान विधायक के वकील हर्षवर्धन परगनिया ने कोर्ट में पुलिस की गिरफ्तारी पर आपत्ति दर्ज की। वकील श्री परगनिया ने कहा कि पुलिस ने सिटिंग विधायक के खिलाफ गलत कार्रवाई की है। कोर्ट में पेश करने के पूर्व दर्ज एफआईआर की कॉपी तक अधिवक्ता को उपलब्ध नही कराया गया, साथ ही पुलिस ने मौलिक अधिकारों का भी उल्लंघन किया गया। इधर कोर्ट ने जमानत को खारिज करते हुऐ विधायक देवेंद्र यादव को 3 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।
इस दौरान केंद्रीय जेल परिसर के बाहर देवेंद्र यादव के समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई थी, जिसके चलते पुलिस को बड़ी संख्या में बल तैनात करना पड़ा। देवेंद्र यादव के जेल में दाखिल होने से पहले समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की तो वहीं विधायक ने फिर से संविधान की किताब दिखाई।
बता दें कि बलौदाबाजार कलेक्टर ऑफिस का घेराव कर आगजनी की घटना हुई थी। इस घटना के बाद सरकार ने कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से वहां से हटा दिया था। इसी मामले को लेकर भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को भी नोटिस दिया गया था। पुलिस का कहना है कि आगजनी की घटना के पूर्व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव भी वहां उपस्थित थे। विधायक ने वहां पर भाषण भी दिया था। इसे आधार बनाकर बलौदाबाजार पुलिस लगातार देवेंद्र यादव का बयान दर्ज करने के लिए लगातार नोटिस जारी कर रही है। लेकिन विधायक देवेंद्र यादव बलौदाबाजार थाने में बयान दर्ज कराने से लगातार इंकार करते आ रहे है। लगाातार नोटिस जारी करने के बाद आज जब सुबह बलौदाबाजार पुलिस विधायक देवेंद्र यादव के सेक्टर पांच स्थित निवास पर पहुंची।