रायपुर :- विधानसभा में उठा जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का मामला, बीजेपी विधायक धरम लाल कौशिक समेत अन्य सदस्यों ने उठाया मामला, कहा योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। पूरे प्रदेश में सैकड़ों करोड़ की राशि खर्च करने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। वही इस प्रश्न का जवाब देते हुए राज्य के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि योजना में गड़बड़ियों के कारण 9 अधिकारियों को निलंबित किया गया है। योजना के उद्देश्यों के अनुरूप लोगों के घरों में पानी पहुंचाया जाएगा।और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और गड़बड़ियां बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रश्नकाल में पूछे गए सवाल और उसके जबाब को पॉइंट तो पॉइंट जानते है –
प्रश्नकाल में विधायक धरम लाल कौशिक ने उठाया जलजीवन मिशन में गड़बड़ी का मुद्दा,उप मुख्यमंत्री से पूछा सवाल छत्तीसगढ़ जल जीवन मिशन अंतर्गत कतनी कंपनियों को इंपेनलमेंट किस आधार पर कब कब किया गया?????
कितने गांव में पानी पहुंचा है ???कितने लोगो को पानी मिला पूर्ववर्ती सरकार की वजह से जनता आज इसका खामियाजा भुगत रही है???
उपमुख्यमंत्री अरुण साव–प्रदेश में 883 संस्था का इंपेनलमेंट किया गया है इसके लिए कमेटी बनाई जाती है जिसमे 11 अधिकारी शामिल होते है जो ये पूरा कार्य देखते है…इन सब कार्यों के लिए इनके समानो का अभी इंपेनलमेंट राज्य स्तर पर होता है….इलेक्ट्रो क्लोरिनेटर 2022 में 8 निर्माताओं को नियुक्त किया गया बाद में इसमें शिकायत मिलने पर इसकी जांच कराई गई…. हम लगातार कार्य कर रहे है जहा गड़बड़ी मिल रही वहा कार्यवाही कर रहे है….
जो इसमें ठेकेदार शामिल थे इसमें कार्यवाही भी की गई है कई लोगो को निलंबित भी किया गया है….
विधायक धरम लाल कौशिक
आपके सूचीबद्ध करने के बाद खरीदी हुई लेकिन बाद में ये निरस्त kyu किया गया इसमें अगर कोई अधिकारी गलत है तो क्या इस अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करेंगे????
उपमुख्यमंत्री अरुण साव -इस पूरी योजना में खरीदी ठेकेदारों द्वारा किया जाता है कहा पर भी गड़बड़ी पाई जायेगी तो वह कठोर कार्यवाही की जायेगी….