Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक बेहद दर्दनाक हादसा सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया है। सिकंदरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नगला नाथू गांव के पास यमुना नदी में डूबकर एक ही परिवार की छह किशोरियों की मौत हो गई। यह हादसा 3 जून को सुबह करीब 11 बजे उस समय हुआ, जब ये किशोरियां गर्मी से राहत पाने के लिए नदी में नहाने गई थीं।
रील से पहले रुला देने वाली हकीकत
बताया जा रहा है कि हादसे से पहले किशोरियों ने यमुना नदी के किनारे एक मस्ती भरी रील बनाई थी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। परिजनों के मुताबिक, ये किशोरियां अक्सर नदी किनारे रील बनाती थीं। हादसे के दिन भी उनके पास मोबाइल था। पुलिस को हादसे से पहले की दो वीडियो क्लिप मिली हैं, जिनमें किशोरियां नहाती और उछल-कूद करती दिख रही हैं।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नदी में नहाते समय एक किशोरी अचानक गहरे पानी में चली गई। उसे बचाने के प्रयास में बाकी पांच किशोरियां भी एक-एक कर डूबती चली गईं। प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों की मदद से तत्काल रेस्क्यू अभियान चलाया गया, जिसमें गोताखोरों और स्टीमर की सहायता ली गई। चार किशोरियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
कौन-कौन थीं मृतक किशोरियां?
इस दर्दनाक हादसे में जिन छह किशोरियों की मौत हुई, वे सभी एक ही परिवार से संबंधित थीं:
•मुस्कान (18) – सुरेश की बेटी
•संध्या (15) – सगी बहन
•दिव्या – सगी बहन
•नैना (13) – चचेरी बहन
•सोनम और सुहानी – मौसेरी बहनें, जो रिश्तेदारी में आई थीं
गांव में पसरा मातम, परिवार पर टूटा कहर
इस हादसे ने पूरे नगला नाथू गांव को सदमे में डाल दिया है। पीड़ित परिवारों में कोहराम मचा है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव तक पक्की सड़क नहीं है, जिस वजह से एंबुलेंस को पहुंचने में करीब दो घंटे लग गए। उनका कहना है कि अगर समय पर इलाज मिल जाता, तो कुछ जानें बच सकती थीं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और मुआवजा
हादसे की खबर मिलते ही जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी, अपर पुलिस आयुक्त राम बदन सिंह सहित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
जिला प्रशासन की ओर से मृतक परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
नदी में छिपा था मौत का गड्ढा
हादसे के समय यमुना नदी में हाल ही की बारिश के कारण जल प्रवाह तेज था और नदी में कई गहरे गड्ढे बन गए थे। किशोरियों को इस गहराई का अंदाज़ा नहीं था। यमुना नदी की अनियमित गहराई और स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के अभाव को लेकर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं।
समाज के लिए चेतावनी बन गया यह हादसा
यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। गर्मियों में नदियों, नहरों और अन्य जलस्रोतों में नहाने के दौरान सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना आवश्यक है। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि संवेदनशील इलाकों में चेतावनी बोर्ड, निगरानी टीम और सुरक्षा इंतजामों को अनिवार्य रूप से लागू करें।