22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस अभियान में भारत ने पाकिस्तान के 8 प्रमुख सैन्य ठिकानों पर हमला कर कई आतंकियों को मार गिराया। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस ऑपरेशन में पांच कुख्यात आतंकियों को ढेर किया गया, जिनमें कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड मोहम्मद यूसुफ अजहर और 26/11 मुंबई हमले में शामिल अबु जुंदाल शामिल हैं।
भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन की जानकारी दी। सेना ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा 550 से अधिक ड्रोन से किए गए हमले को विफल कर दिया गया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने सियालकोट के लूनी इलाके में आतंकी लॉन्चपैड को भी तबाह किया।
ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों की सूची में जैश और लश्कर-ए-तैयबा के कई टॉप कमांडर शामिल हैं, जिनका संबंध अफगानिस्तान, पाकिस्तान और कश्मीर में हुए आतंकी हमलों से रहा है। भारत ने इस कार्रवाई को सीमित और लक्षित बताया, जिसमें केवल आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाया गया।
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 5 आतंकी
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मुदस्सर खडियान उर्फ अबू जुंदाल – लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ आतंकवादी, जो मुरीदके स्थित मरकज तैयबा का प्रभारी था। यह 26/11 मुंबई हमले में शामिल था। पाकिस्तान की सेना ने उसके अंतिम संस्कार में गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
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हाफिज मुहम्मद जमील – जैश-ए-मोहम्मद का बड़ा आतंकी और मौलाना मसूद अजहर का साला। बहावलपुर में स्थित मरकज सुब्हान अल्लाह का प्रभारी था और आतंक की फंडिंग व युवाओं को कट्टरपंथ की ओर उकसाने में सक्रिय भूमिका निभाता था।
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मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी (मोहम्मद सलीम/घोसी साहब) – जैश-ए-मोहम्मद का ट्रेनिंग कमांडर और मसूद अजहर का साला। जम्मू-कश्मीर में कई हमलों में शामिल था और IC-814 विमान अपहरण (कंधार हाईजैक) की साजिश रचने वालों में से एक था।
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खालिद उर्फ अबू अकाशा – लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी, जो अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी करता था। जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में उसकी भूमिका रही। उसका अंतिम संस्कार फैसलाबाद में पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ।
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मोहम्मद हसन खान – जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी, जिसका पिता PoK में संगठन का ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी है। मोहम्मद हसन जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की रणनीति में अहम भूमिका निभा रहा था।