हरिद्वार :- हरिद्वार जिला कारागार में बंद 15 कैदी एचआईवी यानी एड्स से पीड़ित पाए गए हैं, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि कैदियों के एड्स पीड़ित होने का पता उस वक्त लगा जब जिला कारागार में सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर आयोजित एक स्वास्थ्य शिविर में सभी कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
उन्होंने बताया कि 15 कैदियों की जांच रिपोर्ट में एड्स से पीड़ित होने की पुष्टि के बाद जिला कारागार में उनके लिए अलग से एक बैरक बनाया गया है और वहीं उनका उपचार हो रहा है। आर्य ने बताया कि इस समय हरिद्वार जिला कारागार में 1100 बंदी हैं। इससे पूर्व भी जिला कारागार में एड्स पीड़ित मरीज मिल चुके हैं।
एचआईवी क्या है?
एचआईवी (Human immunodeficiency virus) एक वायरस है जो, उन कोशिकाओं पर हमला करता है जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं, जिससे व्यक्ति अन्य संक्रमणों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। यह एचआईवी से पीड़ित व्यक्ति के कुछ शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है, आमतौर पर असुरक्षित यौन संबंध या इंजेक्शन दवा उपकरण साझा करने के माध्यम से।
एड्स क्या है?
एड्स (AIDS) का अर्थ है एक्वायर्ड इम्युनो डेफिसियेन्सी सिन्ड्रोम (acquired immunodeficiency syndrome)। एड्स, एचआईवी संक्रमण का अंतिम और सबसे गंभीर चरण है। जैसे कि एचआईवी इंफेक्शन लगभग 10 वर्षों में एड्स में बदल जाता है। एड्स से पीड़ित लोगों में व्हाइट ब्लड सेल्स (white blood cells) की संख्या बहुत कम होती है और प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है। उन्हें अतिरिक्त बीमारियां हो सकती हैं जो संकेत करती हैं कि वे एड्स में बदल गए हैं।