दंतेवाड़ा गीदम, – नगर पंचायत गीदम में बनी बड़ी-बड़ी पानी की टंकियां अब खुद एक खतरे का संकेत बन गई हैं। हैरानी की बात यह है कि इन टंकियों की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है – न कोई सेफ्टी बाउंड्री वॉल, न ही कोई निगरानी व्यवस्था।
यह लापरवाही किसी भी दिन एक बड़े हादसे को जन्म दे सकती है। अगर कोई व्यक्ति मानसिक तनाव में आकर टंकी के ऊपर चढ़ जाए और कोई गलत कदम उठा ले, या फिर कोई असामाजिक तत्व पानी में कैमिकल या ज़हर मिला दे, तो पूरा नगर इसकी चपेट में आ सकता है।
नगरवासियों की चिंता जायज़ है – यह सिर्फ एक सेफ्टी इशू नहीं, बल्कि सैकड़ों लोगों की जान से जुड़ा सवाल है।
क्या नगर पंचायत को इस बात का अंदाज़ा है कि वह कितनी बड़ी ज़िम्मेदारी से मुंह मोड़ रही है?
जरूरी कदम क्या हैं?
पानी टंकियों के चारों ओर मजबूत बाउंड्री वॉल का निर्माण
सीसीटीवी कैमरे और एक चौकीदार की स्थायी नियुक्ति
नियमित निरीक्षण और पानी की गुणवत्ता की जाँच
अब वक्त आ गया है कि नगर पंचायत आंखें खोले और आवश्यक सुरक्षा उपायों को तुरंत लागू करे। क्योंकि जब बात “पानी” की हो, तो वह सिर्फ सुविधा नहीं – जीवन का आधार होता है।