28 मार्च 2025 को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके झटके थाईलैंड, बांग्लादेश, भारत और चीन सहित पांच देशों में महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले के निकट था, जिससे वहां महत्वपूर्ण क्षति हुई। म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ और मांडले सहित छह क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया गया है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भूकंप के प्रभाव से एक निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गई, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग मलबे में फंसे हुए हैं। थाई प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनवात्रा ने शहर में आपातकाल की घोषणा की है।
बांग्लादेश, भारत और चीन के युन्नान और सिचुआन प्रांतों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, हालांकि इन क्षेत्रों से अब तक बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है, और भारत ने तुरंत मदद की पेशकश की है। भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन संचार और परिवहन प्रणालियों को हुए नुकसान के कारण चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
यह आपदा क्षेत्र में इमारतों के कमजोर निर्माण मानकों और भूकंप सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है, जिससे नुकसान की तीव्रता बढ़ गई है।