25 साल का किला ढहा” जीत के 3 वोट भारी पड़े अवधेश गौतम पर

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रोमांचक मुकाबले में 3 वोट से जीत मिली दीपिका सुमित भदोरिया को

दंतेवाड़ा@ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में जनपद क्षेत्र क्रमांक 02 पर जबरदस्त चुनाव कांग्रेस जिला अध्यक्ष अवधेश गौतम की पत्नी अवधेश पुष्पा गौतम और भाजपा के युवा नेता सुमित भदौरिया की पत्नी दीपिका सुमित भदौरिया के बीच हुआ. इस रोमांचक मुकाबले में 20 साल से लगातार जनपद चुनाव जीतने वाले अवधेश गौतम को 3 वोटो की हार मिली. इस चुनाव में अवधेश गौतम की राजनैतिक साख लगी थी.जिसकी वजह से उन्होंने धन,बल और छल तीनो का भरपूर चुनाव जीतने के लिये इस्तेमाल किया.पर इस चुनाव में हड़मामुंडा, मैलेवाड़ा, हितावर और नकुलनार ग्राम पंचायत के मतदाताओं ने अवधेश गौतम के 25 सालों के कुशासन, भ्रष्टाचार, परिवारवाद के खिलाफ नाराजगी दीपिका सुमित भदौरिया की जीत की मुख्य वजह रही।

इस तरह काउंटिंग में धड़कने बड़ी

चारो ग्राम पंचायत में 8 मतदान केंद्र बने थे. मतगणना के समय पल पल परिणाम उतर चढ़ रहे थे.जिस पर बहुत से दिग्गज दंतेवाड़ा से राजधानी नजर टिका रखे थे. इस चुनाव में कुल मत 3468 मतदाताओं ने वोट किया. मतगणना में 155 वोट रिजेक्ट हो गये। जिसके कारण 3313 वैध मतों की गणना हुई. जिसमे से 1655 मत अवधेश पुष्पा गौतम को ब्लैकबोर्ड चुनाव चिन्ह पर पड़े तो वही दीपिका सुमित भदौरिया को 1658 मत बरगद छाप चुनाव चिन्ह पर मिले। जहाँ नकुलनार,हड़मामुंडा,हितावर,पदरपारा के बूथ छोटी बड़ी बढ़त के साथ 258 वोट लीड मिली थी. जिसे अवधेश गौतम ने मैलेवाड़ा के दो बूथ एक पर 100 और दूसरे 79 और तीसरे पर 46 वोट की बढ़त बनाई पर तीनों पोलिंग की बढ़त में 255 वोट ही उनके खाते में आये इस तरह से रोमांचक मुकाबले में 25 सालों का किला 3 वोट से ढह गया।

3 वोटों की जीत से बौखलाहट में रीकाउंटिंग और बूथ एजेंट की दम पर परिणाम बदलने की थी साजिश

इस कम मतों के जीत के आंकड़े को बदलने के लिए अवधेश पुष्पा गौतम के हितावर कुंजामपारा में बैठे एजेंट शुभम गौतम ने पीठासीन अधिकारी पर जोर जबरदस्ती अभद्रता करते हुये बरगद छाप के 3 मतों को छिपाने की कोशिश की जिसे वे अंडर गारमेंट पर छिपा रहे थे जिसे मतदानकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों ने बल पूर्वक निकाल गया। दरअसल यह सब अवधेश गौतम की राजनैतिक सीट को बचाने के प्रयास में ताकत झोंक रहे थे. पर जनता ने अवधेश गौतम कांग्रेसी जिलाध्यक्ष को करारा तमाचा जड़कर यह साबित कर दिया कि लोकतंत्र में मतदाता ही जीतता है।

विजय जुलूस जश्न-
जीत के बाद देर रात आतिशबाजी और जीत का गुलाल आसमान में उड़ता रहा, दूसरे दिन अपने युवा समर्थको के साथ एक भव्य जुलूस निकाला गया जो पूरे जनपद क्षेत्र में भ्रमण कर जनता का आभार व्यक्त किया गया। सुमित भदौरिया ने कहा जनता ने परिवर्तन दिया है, हम सेवा करेंगे. ये जीत हर उस बड़े बूढ़े युवाओ को समर्पित करता हूँ मैं जो भय, आतंक और भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लड़ाई लड़ा और अंत मे सत्य की जीत हुई।

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