CG- बोर्ड परीक्षा से पहले बड़ी लापरवाही, परीक्षा केंद्रों को बांट दी पिछले साल की आंसर सीट

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CG Board Exam: छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही बड़ी लापरवाही सामने आयी है। परीक्षार्थियों के लिखने के लिए 2025 के बजाय 2024 की उत्तर पुस्तिका वितरित की गयी है। मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही का है, जहां मामला उजागर होने के बाद अब पिछले साल की उत्तर पुस्तिका वापस मंगायी गयी है। वहीं इस गंभीर लापरवाही को लेकर जांच शुरू हो गयी है।

जानकारी के मुताबिक गौरेला पेंड्रा मरवाही में बोर्ड परीक्षाओं में केंद्राध्यक्ष की बड़ी त्रुटि सामने आयी है। माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा 10वीं 12वी की बोर्ड परीक्षा में 2025  के बजाय परीक्षा केंद्रों को वर्ष 2024 की उत्तर पुस्तिका बांट दी गयी।  केंद्रों में उत्तर पुस्तिका की जांच के दौरान ये गंभीर त्रुटी सामने आयी है। इधर मामले के खुलासे के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।

आनन फानन में तीन केंद्रों से 2024 की उत्तर पुस्तिकाएं मंगायी गयी है। गलती से सैंकड़ों परीक्षार्थियों के भविष्य पर ग्रहण लग सकता था। पिछले साल की उत्तर पुस्तिका में लिखे आंसर को मान्य नहीं किया जाता। जानकारी के मुताबिक मल्टीपरपज हायर सेकेंडरी स्कूल पेंड्रा के प्राचार्य एल पी डाहिरे की तरफ से ये गलती की गयी है।

बताया जा रहा है कि मल्टीपरपज हायर सेकेंडरी स्कूल पेंड्रा के प्राचार्य, जो बोर्ड परीक्षाओं के समन्वय केंद्र प्रभारी भी हैं, गंभीर चूक करते हुए वर्तमान वर्ष 2025 की उत्तर पुस्तिकाओं की जगह बीते वर्ष 2024 की उत्तर पुस्तिकाएं वितरित कर दी। यह उत्तर पुस्तिकाएं टीकर हायर सेकेंडरी स्कूल गौरेला, गुरुकुल हायर सेकेंडरी स्कूल गौरेला एवं सेमरदर्री हायर सेकेंडरी स्कूल मरवाही को बांट दी गयी।

इन तीनों केंद्रों में 1000-1000 उत्तर पुस्तिकाएं वितरित की गयी। इन केन्द्रों में जब कॉपियों की जांच की गई तो पता चला कि ये सभी साल 2024 की आंसर सीट है। जिसके बाद इसकी जानकारी समन्वय केंद्र प्रभारी को दी गई ,जिसके बाद उन्होंने आदेश निकालकर संबंधित स्कूलों से तुरंत कॉपी जमा करने को कहा। वहीं  आदेश का परिपालन करते हुए इन सभी स्कूलों से आनन -फानन में कॉपियां वापस जमा की गई।

यदि समय रहते इस त्रुटि का पता नहीं चलता तो छात्रों के भविष्य ग्रहण लग सकता था। अगर भूल से 2024 की उत्तर पुस्तिकाओं में 2025 की बोर्ड परीक्षा का आंसर लिखा जाता, तो उसे मान्य नहीं किया जाता। ऐसे में छात्रों के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ हो जाता। मामले में प्रशासन की ओर से परीक्षा प्रभारी बनाए गए संयुक्त कलेक्टर जिम्मेदारी तय करने की बात कह रहे हैं। समन्वय प्रभारी एवं केंद्र प्रभारी दोनों के खिलाफ मामले में कार्रवाई हो सकती है।

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