दिल्ली:- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनावों में दक्षिण भारत में बढ़ते जनसमर्थन को देखते हुए पार्टी इस बार दक्षिण भारत के किसी नेता को अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही है, इस दौड़ में जी. किशन रेड्डी, बंडी संजय कुमार और प्रल्हाद जोशी के नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं।
पिछले 20 वर्षों से भाजपा की कमान उत्तर भारतीय नेताओं के हाथों में रही है। हालांकि, 2000 से 2004 के बीच बंगारू लक्ष्मण (तेलंगाना), जना कृष्णामूर्ति (तमिलनाडु) और वेंकैया नायडू (आंध्र प्रदेश) जैसे दक्षिण भारतीय नेता पार्टी अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, पार्टी दक्षिण भारत के किसी प्रभावशाली नेता को अध्यक्ष पद पर नियुक्त कर सकती है।
अध्यक्ष पद की रेस में ये नाम आगे
- जी. किशन रेड्डी (64 वर्ष)
तेलंगाना BJP अध्यक्ष और केंद्रीय कोयला मंत्री।
ओबीसी समुदाय से आते हैं, सरकार और संगठन दोनों का अनुभव।
पूर्व में भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं। - बंडी संजय कुमार (53 वर्ष)
हिंदुत्व और ओबीसी दोनों समीकरण साधने वाले नेता।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और BJP के राष्ट्रीय महासचिव।
तेलंगाना के करीमनगर से सांसद और राज्य के पूर्व अध्यक्ष।
संघ पृष्ठभूमि से आते हैं और एबीवीपी से जुड़े रहे हैं। - प्रल्हाद जोशी (62 वर्ष)
सरकार, संगठन और संसदीय मामलों के विशेषज्ञ।
कर्नाटक के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और धारवाड़ से लगातार 5 बार सांसद।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में संसदीय कार्य मंत्री रहे।
विवादों से दूर रहने वाले लो-प्रोफाइल नेता।
होली के बाद पार्टी को मिल सकता है नया अध्यक्ष
BJP के संगठनात्मक नियमों के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी हो सकता है जब आधे से अधिक राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाएं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख राज्यों में मार्च के पहले सप्ताह तक चुनाव पूरे होने की उम्मीद है। ऐसे में होली के बाद BJP को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने की संभावना जताई जा रही है।
अब तक BJP के रह चुके ये 11 राष्ट्रीय अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के गठन के बाद से अब तक 11 नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली है। ये सभी नेता अपने-अपने कार्यकाल में संगठन को मजबूत करने और पार्टी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
- अटल बिहारी वाजपेयी (1980-1986)
- लाल कृष्ण आडवाणी (1986-1990, 1993-1998, 2004-2005)
- डॉ. मुरली मनोहर जोशी (1991-1993)
- कुशाभाऊ ठाकरे (1998-2000)
- बंगारू लक्ष्मण (2000-2001)
- जना कृष्णमूर्ति (2001-2002)
- एम. वेंकैया नायडू (2002-2004)
- राजनाथ सिंह (2005-2009, 2013-2014)
- नितिन गडकरी (2010-2013)
- अमित शाह (2014-2020)
- जगत प्रकाश नड्डा (2020-वर्तमान)