गरियाबंद। जिला प्रशासन ने आज साइबर ठगी से बचने के लिए बिहान से जुड़ी बहनों के लिए साइबर क्राइम और वित्तीय साक्षरता पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया. प्रभारी कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ रीता यादव की मौजूदगी में नोडल बैंक अधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे ट्रिक्स को बताते हुए उनसे कैसे बचा जाए, इसके लिए कई टिप्स दिए.
साइबर ठगी से बचने केउपाय
बताया गया कि पासवर्ड को लिखकर या मोबाइल में न रखें. एटीएम में किसी अनजान व्यक्ति से सहयोग न लें. अज्ञात व्यक्ति द्वारा लॉटरी के नाम पर ठगी की जाती है, उनसे बचें. टॉवर लगाने के नाम पर ठगी के लालच में न आएं. बीमा कंपनी के फर्जी अधिकारी बनकर ठगी की जाती है, स्वयं तस्दीक करें. चेहरा पहचानने और इनाम जीतने की प्रतियोगिताओं पर ध्यान न दें. चिट फंड कंपनियों को तस्दीक करके ही पैसा निवेश करें. जेवर चमकाने के नाम पर ठगी से बचें. लोन के नाम पर ठगी, फर्जी फोन कॉल से बचें.
ऑनलाइन धोखाधड़ी के तरीके
बैंक मैनेजर बनकर एटीएम नंबर पूछना, इंश्योरेंस कंपनी एजेंट बनकर धोखाधड़ी करना, फर्जी ईमेल आईडी बनाकर, मैट्रिमोनियल साइट पर शादी के नाम पर दोस्ती करना, फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर धोखाधड़ी करना आदि के तरीके होते हैं. इससे बचने के लिए अपना पर्सनल जानकारी किसी को न दें, अति आवश्यक होने पर बैंक जाकर जानकारी चेक करें, फर्जी कॉल्स और इनामी मैसेज से बचें. समय-समय पर अपना एटीएम कार्ड पासवर्ड बदलते रहें, किसी भी साइट पर सर्च करने से पहले अपनी गोपनीय दस्तावेज़ अपलोड न करें.
एटीएम और ओटीपी नंबर किसी को भी न बताएं, डेबिट कार्ड फ्रॉड से बचने के लिए यह लोग डेबिट/क्रेडिट कार्ड बंद होने की बात कहकर लोगों को भ्रमित करते हैं और खुद को बैंक का अधिकारी बताकर धोखाधड़ी करते हैं. आधार कार्ड अपडेट करने के नाम पर ओटीपी मांगते हैं, यदि आपका कार्ड चोरी हो गया हो तो तुरंत अपना डेबिट/क्रेडिट कार्ड का पिन नंबर ब्लॉक करवाएं. कभी भी किसी के साथ अपनी जानकारी साझा न करें. हमेशा सिक्योर पेमेंट गेटवे से ही भुगतान करें.