रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा में रहेंगे। केंद्र सरकार ने आदेश दिया है कि सभी वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) कमांडो को हटा लिया जाए, जिससे उनकी तैनाती केवल आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए ही होगी। ऐसे वीआईपी, जिन्हें अधिक सुरक्षा खतरा है, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CRPF के हवाले की जाएगी। यह नया आदेश अगले महीने से लागू हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार, संसद की सुरक्षा में कार्यरत CRPF जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे वीआईपी सुरक्षा विंग में शामिल हो सकें। इसके लिए एक नई बटालियन का गठन किया गया है, जो अब विभिन्न वीआईपी की सुरक्षा का कार्य करेगी।
सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में नौ जेड-प्लस श्रेणी के वीआईपी हैं, जिनकी सुरक्षा NSG के ब्लैक कैट कमांडो द्वारा की जा रही थी। अब ये सभी वीआईपी CRPF द्वारा संरक्षित होंगे।
CRPF के पास पहले से छह वीआईपी सुरक्षा बटालियन मौजूद हैं, और नई बटालियन के गठन के बाद यह संख्या बढ़कर सात हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि नई बटालियन कुछ महीने पहले तक संसद की सुरक्षा में तैनात थी, लेकिन अब यह कार्य केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंपा गया है।