साइंस कॉलेज में ABVP और NSUI के कार्यकर्ताओं में मारपीट के बाद थाने में हंगामा
रायपुर :- राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज में ABVP और NSUI के कार्यकर्ताओं के बीच बबाल मच गया, जहाँ उनके बीच जमकर मारपीट हुई। यहाँ तक की एक दूसरे के शर्ट भी फाड़ डाली। बताया जा रहा है कि मारपीट ABVP के सदस्यता अभियान के दौरान हुई। ABVP की शिकायत पर NSUI कार्यकर्ताओं पर FIR हुई है। मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है। वही मगलवार को हुई इस घटना के बाद अब बुधवार शाम को थाने में हंगामा मच गया है, यहाँ NSUI के तमाम कार्यकर्ता थाने के बाहर एकत्र हो गए हैं और ढोलक बजाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी ओर से गृहमंत्री के दबाव के चलते पुलिस FIR नहीं कर रही है। जबकि उनके दो कार्यकर्ता बुरी तरह से घायल हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी वहां सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए हैं।
दरअसल मंगलवार को एबीवीपी साइंस कॉलेज में विद्यार्थियों को सदस्यता दिला रही थी, जिसके बाद एनएसयूआई के कार्यकर्ता वहां जाकर इसका विरोध करने लगे, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का कहना था कि बिना परमिशन के विश्वविद्यालय में सदस्यता नहीं दिलाई जा सकती, जिसके बाद यह विवाद लगातार बढ़ते गया और दोनों गुटों के बीच जमकर लात घुसे भी चले, आपको बता दे की कुछ समय पहले भी रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज में पोस्टर फाड़ने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद के बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया था, जिसके बाद पुलिस बल की सहायता से विवाद को रोका गया था..
वही मारपीट को लेकर NSUI जिला अध्यक्ष शांतनु झा ने कहा कि ABVP के कार्यकर्ता कॉलेज में जबरन स्टूडेंट्स को संगठन का मेंबर बना रहे थे। मेंबरशिप के बहाने पैसे वसूल रहे थे। NSUI कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। इसके बाद उन्होंने मारपीट की और थाने में फर्जी FIR दर्ज कराई। इसका विरोध करते हैं। प्रशासन आरोपियों का साथ दे रही है।
NSUI कार्यकर्ताओं पर FIR की खबर मिलते ही NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंच गए। थाने के बाहर रात 1 बजे तक हंगामा होता रहा। इस दौरान ASP, CSP और करीब 4 थानों के TI मौजूद थे। इस दौरान जमकर नारेबाजी होती रही।
वही अब रायपुर पश्चिम ASP दौलत राम पोर्ते ने कहा कि मामले में एक पक्ष की शिकायत पर जांच करने के बाद FIR दर्ज की गई है। दूसरे पक्ष ने भी हमें शिकायत दी है। उस पर भी जांच के बाद निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।