नई दिल्ली: यात्रियों को बेहद पसंद आ रही सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत के बेड़े में विस्तार होने जा रहा है. 31 अगस्त को तीन नई वंदे भारत का संचालन शुरू होने जा रहा है. मेरठ, चेन्नई और बेंगलुरु से इन तीनों वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू होगा. वंदे भारत ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को राहत मिलेगी. कम समय में यात्री गंवत्य तक पहुंच सकेंगे.
हरी झंडी दिखाई जाने वाली नई ट्रेनें हैं
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारियों के मुताबिक, “उत्तर रेलवे को एक वंदे भारत ट्रेन मिली है, जिसका संचालन मेरठ से लखनऊ के बीच होगा. दूसरी वंदे भारत ट्रेन कर्नाटक के बेंगलुरु से तमिलनाडु के मदुरै तक चलेगी, जबकि तीसरी वंदे भारत ट्रेन का संचालन तमिलनाडु के चेन्नई से नागरकोइल तक होगा. इन तीनों रूटों पर पहली बार वंदे भारत ट्रेन का संचालन होने जा रहा है.”
अधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त को इन ट्रेनों को वर्चुअली हरी झंडी देंगे. इन ट्रेनों के संचालन से लोगों के सफर का समय बचेगा. वंदे भारत ट्रेनें सेमी हाई स्पीड ट्रेनें हैं. 120 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन हो रहा है. अभी वंदे भारत ट्रेनों में चेयर कार हैं. जल्द ही स्लीपर कोच वाली वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की तैयारी है.
पहले से चल रहीं 52 जोड़ी वंदे भारत ट्रेने: देश में 18 फरवरी 2019 को पहली वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रेन को हरी झंडी दी थी. इसके बाद से दिल्ली से विभिन्न राज्यों के बीच कई वंदे भारत ट्रेनें चलाई गईं. देश के अन्य हिस्सों में भी वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. देश में कुल 52 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है. रेलवे वंदे भारत जैसी ट्रेनों को हर राज्य को आपस में जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है. वंदे भारत ट्रेनों का किराया अन्य ट्रेनों से अधिक है लेकिन सफर में कम समय और अच्छी सर्विस के चलते लोग वंदे भारत में सफर करना पसंद करते हैं.