बस्तर में चल रहा है लकड़ियों के तस्करी का बड़ा खेल वनमंत्री के संरक्षण में कर रहे है अधिकारी अपनी मनमानी ।
बस्तर :गीदम वन परिक्षेत्र रेंजर गयादीन वर्मा दोषियों को बचाने की रहे है कोशिश।बस्तर में एक तरफ जहाँ खनिज संपदाओं के नाम पे वनों को नष्ट किया जा रहा तो वही दूसरी ओर पेड़ कटाई कर के सागौन जैसी कीमती लकड़ियों का तस्करी भी जोरो पर चल रहा है । भाजपा के सत्ता में आते ही अधिकारियों के दोनों हाथ लड्डू और “आम तो आम गुठलियों के भी दाम” वाली कहावत पूरी तरह से सही साबित होती नज़र आ रही है ।
जिला कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता विमल सलाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सत्ता में आते ही भाजपा सरकार एक तरफ तो विकास के नाम पर खनिज सम्पदाओं के उत्खनन के लिए जल जंगल जमीन को नष्ट कर ही रही है और साथ ही वन कटाई के बाद मिल रही सागौन लकड़ी की तस्करी भी खुद ही कर रही है । इन सब मे गौर करने वाली बात यह कि वन मंत्री भी खुद बस्तर से ही है और ऐसा लगता है कि सब कुछ उनके संरक्षण में ही हो रहा है । हाल ही में एक ताज़ा मामला प्रकाश में आया जब बड़े ही नाटकीय ढंग से गीदम थाना क्षेत्रन्तर्गत जप्त किये सागौन लकड़ी पर खाना पूर्ति की तरह कार्यवाही की गई । इस पूरे मामले में वन परिक्षेत्र गीदम के रेंजर गयादीन वर्मा की भूमिका संदिग्ध नज़र आ रही है । जिस तरह से उन्होंने तस्करी में उपयोग की गई मनीष ट्रेवल्स की बस को जप्त न करते हुए सिर्फ ड्राइवर के खिलाफ मामला बनाया और भैरमगढ़ में जिस व्यक्ति ने इस सागौन लकड़ी को डलवाया उन सब दोषियों पर कार्यवाही न करते हुए सिर्फ ड्राइवर को के खिलाफ मामला बनाना यह दर्शाता है कि इस पूरी तस्करी मामले में सबसे कमजोर कड़ी के खिलाफ खानापूर्ति की कार्यवाही की गई है । जबकि मामले में जड़ तक जा कर करवाही करनी चाहिए कि किसने इन कीमती लकड़ियों को भेजवाया और किसके पास इन्हें तस्कर कर पहुँचाया जा रहा था इन सब मुद्दों को दबा दिया जा रहा है । इन सब मामलो में कथित रूप से भैरमगढ़ के एक बड़े पुलिस अधिकारी का भी नाम सामने आ रहा है, पर उनपर कोई कार्यवाही करने के बजाए सिर्फ ड्राइवर के खिलाफ मामला बनाना, कई सारे सवालो को खड़ा करता है ।
इन सब मामलो को प्रकाश में लाते हुए जिला प्रवक्ता विमल सलाम ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाए है कि यहाँ बस्तर में लकड़ियों की तस्करी का बड़ा खेल चल रहा है और कई सारे बड़े अधिकारियों के संलिप्त होने का संदेह है जो कि पूरा पूरा वन विभाग के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता हैं । इस मुद्दे पर विमल सलाम ने कहा कि अगर मामले की प्रत्यक्ष जांच नही हुई तो जिला कांग्रेस कमिटी इस मुद्दे पर वन विभाग गीदम का घेराव करेगा ।