बालोद :- अमलीडीह के हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। प्रेमी ने ही अपनी शादीशुदा प्रेमिका की हत्या कर उसके चेहरे और शरीर को पेट्रोल से जलाया था। शव के टुकड़े कर बोरियों में भरकर जंगल और नहर किनारे फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल 13 अप्रैल 2024 को बालोद क्षेत्र के ग्राम अमलीडीह के नहर किनारे एक जली-कटी लाश मिली थी, जिसका सिर, हाथ, पैर एक बोरी में मिला था। दूसरे दिन अमलीडीह के जंगल में जली-कटी लाश का धड़ मिला। चेहरा जलने के कारण पहचान मुश्किल हो गई थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू की और जल्द ही हत्या का मामला दर्ज कर जांच में लिया।
मामले की गंभीरता को देखेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। थाना प्रभारी बालोद और साइबर सेल प्रभारी को अज्ञात महिला के शव की पहचान एवं आरोपी की पतासाजी के लिए विशेष टीम बनाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
जांच टीम ने आसपास के जिलों दुर्ग, धमतरी, कांकेर, राजनांदगांव, मानपुर मोहला के पुलिस से संपर्क कर महिला गुम इंसान की जानकारी प्राप्त की गई। पीएम रिपोर्ट में मृतिका का नसबंदी होना पाया गया था, जिसके आधार पर जिले के सभी थाना क्षेत्रों में मितानीन के माध्यम से मृतिका की पहचान के प्रयास किए गए।
ऐसे हुई मृतका की पहचान
घटना स्थल का तकनीकी डाटा लेकर एनालिसिस किया गया। टीम ने लगातार आसपास के गांव जाकर और कोटवार की मीटिंग लेकर गुम महिला की जानकारी प्राप्त की। मुखबिर से सूचना मिली कि डौण्डीलोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम बकलीटोला में एक महिला कई दिनों से लापता है। पुलिस ने बकलीटोला जाकर लापता महिला के संबंध में जांच की।
स्वरूप धुर्वे ने बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला ध्रुर्वे 10 अप्रैल से लापता है और मायके में भी नहीं है। प्रमिला के मां से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि प्रमिला ने अपनी बेटियों के लिए दो जोड़ी पायल ली थी। पुलिस ने घटना के फोटोग्राफ दिखाए तो बुधनतीन बाई ने नाक की फूली, अंगूठी, पायल और नेलपालिश के आधार पर अपनी बेटी की पहचान की।
ऐसे मिला क्लू, पुलिस को गुमराह करता रहा आरोपी
मृतिका की पहचान प्रमिला ध्रुर्वे के रूप में होने पर उसके कॉल डिटेल के आधार पर लगभग 15-20 लोगों से पूछताछ की गई। इससे पता चला कि प्रमिला 10 अप्रैल से डारागांव निवासी दीपक साहू के साथ थी। पुलिस ने दीपक साहू का तकनीकी डाटा और घटना स्थल से प्राप्त तकनीकी साक्ष्य के आधार पर उससे पूछताछ की। प्रारंभ में वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार किया।
कड़ाई से पूछताछ होने पर दीपक साहू ने बताया कि 10 अप्रैल को उसने प्रमिला को अपने घर लाकर संबंध बनाया, फिर शाम को उसे घर छोड़ दिया। वापस आते समय उसे फिर अपने घर बुलाया। रात में दोनों शराब पीकर सोए थे, तभी दीपक की नींद खुली और उसने सुना कि प्रमिला किसी से मोबाइल पर बात कर रही है। इसे लेकर दोनों में विवाद हुआ और दीपक ने गुस्से में आकर प्रमिला को मारा, फिर हत्या करने की नीयत से सिर को पकड़कर चौखट में पटक दिया, जिससे प्रमिला बेहोश हो गई। इसके बाद दीपक ने प्रमिला की साड़ी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
फिर पहचान मिटाने के लिए दीपक ने प्रमिला के चेहरे और शरीर को पेट्रोल से जलाया। फिर हसिया से सिर, पैर, और हाथ को काटकर दो अलग-अलग बोरियों में भरकर अमलीडीह नहर के पास फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी दीपक साहू को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। घटना में प्रयुक्त बाइक, रस्सी, बोरी और हसिया को गवाहों के समक्ष जब्त कर लिया गया है।