दंतेवाड़ा।बारसूर के नजदीक स्थित बालक पोटाकेबिन आश्रम से तीन नाबालिग बच्चे दीवार फांदकर फरार हो गये हैं. आश्रम में मन न लगने के चलते ये तीनों बच्चे फरार होने की बात सामने आ रही है. हितामेटा का यह बालक पोटाकेबिन आश्रम बच्चों की फरारी के लिए जाने जाना लगा है, क्योंकि पहले भी बच्चे इस बालक आश्रम पोटा केबिन से फरार हो चुक हैं.
परन्तु बालक पोटाकेबिन आश्रम हितामेटा प्रबंधन इस दिशा में कोई भी ठोस कदम नहीं उठा पा रहे है. आश्रम प्रबंधक की मानें तो बच्चे छुट्टी मांगकर चल गए हैं। वहीं कुछ बच्चों से पता लगने की दशा में बच्चे फरार हो गए हैं. जिनकी प्रवूत्ति चंचल होती है तथा वे अपने घर सभी फरार होते हैं.
फरार हुए इन बच्चों से तीनों जगदलपुर के आसपास के रहने वाले थे। वहीं अधीक्षक से जानकारी चाई गई तो उन्होंने बच्चों को आवेदन देने की बात कहीं । सरकार की मानें तो छोटे – छोटे बच्चों को बिना पालक के किसी को भी घर नहीं भेजा जा सकता है। लेकिन इन छोटे बच्चों को तो देखो बारसूर से गीदम तक राजधानी बस में सवार होकर गीदम पहुंचे औरअधीक्षक ने बस संचालक को फोन करके गीदम में बच्चों को उतारने को कहा ।
सवाल यह भी उठ रहा कि शाम के समय को बिना की सहायता के कैसे छोड़ा गया। इससे साफ जाहिर होता है कि अधीक्षक की लापरवाही से हुई बच्चों ने आश्रम से शाम को निकलकर चले गए।