रायपुर।छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2200 करोड़ से अधिक के शराब घोटाले मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण एवं एंटी करप्शन ब्यूरो (SEOIACB) एक जुलाई, सोमवार को इस मामले में आरोपी अरुणपति त्रिपाठी एवं अन्य गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ़ रायपुर के विशेष न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया जाएगा।
SEOIACB सूत्रों के अनुसार प्रस्तुत किया जाने वाला यह चालान कुल 10 हजार पन्नों से अधिक का है। इस चालान में अरुणपति त्रिपाठी के अलावा अन्य गिरफ्तार आरोपी जिसमें प्रमुखता रायपुर महापौर के बड़े भाई अनवर ढेबर, रिटायर्ड आईएएस (IAS) अधिकारी अनिल टुटेजा एवं अन्य व्यक्तियों को भी आरोपी बनाया गया है।
बता दें कि इसी माह 21 जून को यूपी पुलिस के एक एसटीएफ (STF) टीम के द्वारा अनवर ढेबर को रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर से गिरफ्तार कर यूपी ले जाया गया था। अनवर ढेबर की गिरफ्तारी शराब घोटाले से संबंधित एक एफआईआर (FIR) से जुड़ी हुई है जिसे नोएडा पुलिस ने दर्ज किया था रायपुर ईडी के सहायक निदेशक स्तर के एक अधिकारी के एक शिकायत पर जो इस शराब घोटाले की जांच कर रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो कारोबारी अनवर ढेबर एवं अन्य आरोपियों की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं क्योंकि शराब घोटाले में प्रस्तुत किए जाने वाले प्रथम चालान 1 जुलाई को संयोगवश अनवर ढेबर के न्यायिक हिरासत के खत्म होने के तारीख से टकरा रही है। तो यह कयास लगाया जा रहा है कि ढेबर अगर यूपी के मेरठ जेल से निकल कर आ भी जाएं तो चालान पेश होने की सूरत में उन्हें पुलिस पुनः गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जांच का हवाला देते हुए जेल भेज सकती है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि इस मामले में अभी भी बहुत से अन्य गिरफ्तारियां बाकी हैं, ऐसे में ढेबर का बाहर रहना जांच को प्रभावित कर सकता है जो एक विधिसंगत आधार बनेगा उसे और भी लंबे समय तक न्यायिक हिरासत में रखने के लिए। आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि जैसे ही शराब घोटाले मामले में अन्य गिरफ्तारियां होंगी, SEOIACB के द्वारा अनुपूरक (सप्लीमेंटरी) चालान भी पेश किया जाएगा।