जांजगीर-चांपा :- छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुलिस विभाग की छवि पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। जिले के आरक्षक शशिकांत कश्यप को चोरी जैसे संगीन अपराध में संलिप्त पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी आरक्षक अपने पद और वर्दी का दुरुपयोग करते हुए एक संगठित गिरोह के साथ मिलकर लोहा और सीमेंट की दुकानों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि वह चोरी किए गए सामान का उपयोग अपने घर के निर्माण में कर रहा था।
जांच के दौरान आरोपी रंगे हाथों पकड़ा गया और उसने पूछताछ में अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि आरोपी का आचरण विभागीय नियमों और नैतिकता के विरुद्ध था और वह एक गिरोह की तरह कार्य कर रहा था।
इस मामले में शशिकांत कश्यप सहित चार अन्य आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है, जबकि चार विधि विरुद्ध संघर्षरत किशोरों को किशोर न्यायालय में पेश किया गया है।
पुलिस विभाग ने कहा है कि सभी आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। यह घटना पुलिस महकमे में अनुशासन, नैतिकता और जवाबदेही पर फिर एक बार गंभीर सवाल खड़े कर गई है।