शासकिय शराब दुकान संचालकों की भूमिका संदिग्ध

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शराब कोचियों तक कैसे पहोंचता हैं सैकड़ो बोतल शराब
आबकारी विभाग व शराब दुकान संचालकों पर उठ रही है सवालिया निशान

अच्छे ब्रांड की शराब बियर व्हिस्की दुकानों में उपलब्ध नहीं रहता है परंतु अवैध रूप से शराब बेचने वाले कोचियों के पास अच्छे-अच्छे ब्रांड की शराब विस्की बियर आसानी से मिल जाती है

वैसे तो नगर में शराब कोचियों के बारे में सबको पता हैं परंतु कोचियों की हाई प्रोफाइल सांठ गाँठ को देखकर स्थनीय लोग मौन ही रहना उचीत समझ रहे हैं नगर में कितने कोचिया हैं कौन कोचिया सबसे ज्यादा शराब की बिक्री करता है जिम्मेदारों को सब पता है हालांकि इन दिनों किरंदुल पुलिस अवैध शराब बिक्री करने वाले कुछ लोगो पर कार्यवाही कर रही है परंतु आबकारी विभाग शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारीयो की कमी का हवाला देते हुए कार्यवाही नहीं कर पाने की बात कह रहें है।
लौहनगरी में अब शराब कोचिया सक्रिय हो गए हैं।
हर वर्ष आबकारी विभाग हाँथी के दिखाने वाली 2 दाँतो की तरह महज कुछ जगहों पर कार्यवाही कर अपनी दायित्व का निर्वहन पुर्ण समझने लगते हैं।
स्थनीय लोगो का मानना हैं की आबकारी विभाग के संरक्षण में कोचिया खुलेआम चखना सेंटर बनाकर शराब पिला रहें है। यहां शराब के कारण आये दिन नगर में वाद-विवाद की स्थिति निर्मित होती रहती है। छोटे बच्चे व युवा वर्ग भी अब शराब की गिरफ्त में आ रहें हैं।
लगातार मील रहीं शिकायतों के बाद किरंदुल पुलिस बल द्वारा दिनांक 14 अप्रैल को 2 शराब तस्कारों से कुल 48 नग बीयर एवं 21 नग पौवा जम्मू स्पेशल विश्की कुल 34.980 लीटर अवैध शराब किमती 12,120/- रूपये एवं एक नग पुरानी एसेंट कार किमत लगभग 3,00,000/- रूपये को जप्त कर शराब कोचियों पर कार्यवाही की हैं।

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