कर्नाटक :- दिल दहला देने वाली घटना कर्नाटक के हुबली में सामने आई, जिसने पूरे राज्य को शोक में डुबो दिया है। एक पाँच साल की मासूम बच्ची, जो अपने घर के सामने खेल रही थी, एक दरिंदे की हवस का शिकार बनी। आरोपी, जिसकी पहचान रितेश कुमार के रूप में हुई है और जो बिहार के पटना का रहने वाला एक 35 वर्षीय मजदूर था, ने बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
घर के सामने खेल रही थी बच्ची
यह घिनौना अपराध तब सामने आया जब बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी। रितेश की बुरी नजर उस पर पड़ी और उसने अपनी शैतानी योजना को अंजाम देने के लिए बच्ची को पकड़ लिया। वह मासूम को एक सुनसान शेड में ले गया, जहाँ उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची की चीखें सुनकर आसपास के लोग तुरंत शेड की ओर दौड़े, लेकिन तब तक वह हैवान अपना काम कर चुका था और बच्ची की जान ले चुका था। जब स्थानीय लोग मौके पर पहुँचे, तो रितेश वहाँ से फरार हो चुका था। इस पूरे जघन्य अपराध की तस्वीरें पास के एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं, जिसने रितेश की बच्ची को शेड की ओर ले जाते हुए काली करतूत को उजागर कर दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी रितेश के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत हत्या, दुष्कर्म, पुलिस कर्मियों पर हमला करने और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया।
एनकाउंटर में मारा गया आरोपी
पुलिस ने तेजी दिखाते हुए रितेश को गिरफ्तार कर लिया। हुबली के पुलिस आयुक्त शशि कुमार ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रितेश को उसके कुछ जरूरी दस्तावेज और पहचान की पुष्टि के लिए उसके अस्थायी निवास पर ले जाया गया था। इसी दौरान, रितेश ने अचानक पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और उनकी गिरफ्त से भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस आयुक्त ने यह भी बताया कि रितेश ने अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की और बहुत कम दस्तावेज पेश किए थे। पुलिस आयुक्त शशि कुमार ने घटनाक्रम की आगे जानकारी देते हुए बताया कि जब रितेश भागने लगा और चेतावनी देने के बावजूद नहीं रुका, तो सब-इंस्पेक्टर अन्नपूर्णा ने उसे रोकने के लिए हवा में गोली चलाई। लेकिन जब उसने भागना जारी रखा, तो पुलिस ने उस पर दो से तीन राउंड फायरिंग की। उसे भागने से रोकने के लिए एक गोली उसके पैर में और दूसरी उसकी पीठ पर लगी। गंभीर रूप से घायल रितेश को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अपनी जान बचाने की कोशिश में रितेश ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके थे, जिससे एक सब-इंस्पेक्टर और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों को भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अपराध किया था कबूल
पुलिस पूछताछ में रितेश ने अपना अपराध कबूल कर लिया था। उसने बताया कि वह पटना का रहने वाला है और उसकी उम्र 35 वर्ष है। पुलिस के अनुसार, रितेश पिछले तीन महीनों से हुबली में रह रहा था और कई सालों से घर से दूर रहकर जहाँ भी काम मिलता था, वहीं काम करता था। हुबली में उसने निर्माण स्थलों और होटलों में मजदूरी की थी। फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहन जांच में जुटी है और आरोपी के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए एक टीम को पटना भी भेजा गया है। इस भयावह घटना के बाद, आक्रोशित स्थानीय लोगों का हुजूम थाने के सामने जमा हो गया और उन्होंने मासूम बच्ची के लिए न्याय की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन किया। लोगों में इस जघन्य अपराध के प्रति गहरा गुस्सा और दुख व्याप्त है, और वे चाहते हैं कि बच्ची के साथ हुई इस क्रूरता के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा मिले।