छत्तीसगढ़ के जगदलपुर बस्तर में नक्सली अब आमने-सामने की लड़ाई से परहेज कर रहे हैं। भीतरी इलाके के सीआरपीएफ कैंपों में बीजीएल और यूबीजीएल से गोले दाग रहे हैं। इसे देखते हुए अब कैंपों में जवानों के लिए तैयार होने वाले बैरक को आधुनिक स्वरुप में तैयार किया जा रहा है।सुरक्षा का इंतजाम
सुरक्षाबलों की बढ़ती ताकत और बेहतर होती रणनीति के बीच अब नक्सलियों ने हिट एंड रन की रणनीति अपनाई है। नक्सलियों के प्रभाव वाले इलाकों में आधुनिक हथियार और तकनीक से लैस सुरक्षा बल के जवान आमने-सामने के युद्ध में भारी पड़ रहे हैं। इसके चलते नक्सलियों को पिछले 15 महीनों में भारी नुकसान हुआ है।सीधी लड़ाई में फोर्स के आगे उनका टिक पाना अब मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में भीतरी इलाकों में फोर्स के जवानों के लिए एफओबी में तैयार बैरकों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि जवानों को नुकसान से बचाया जा सके। कैम्पों की छत को आयरन शीट से कवर किया जा रहा है। इसके लगने के बाद अगर नक्सली गोले दागते हैं तो वो उछलकर बाहर फट जाएंगे, कैंप को नुकसान नहीं होगा।
नक्सलियों की गुरिल्ला विंग करती है हमला
बीजीएल और यूबीजीएल दागने का काम नक्सलियों की गुरिल्ला विंग करती है। इसमें तीन से चार नक्सली होते हैं जो अचानक सामने आते हैं और हमला करके फरार हो जाते हैं। ऐसे हमलों में कई जवान शहीद हो चुके हैं। अब फोर्स ने इस तोड़ ढूंढना शुरू कर दिया है। बस्तर में ज्यादातर कैंप सीआरपीएफ के हैं जहां पर इस तरह की रणनीति अपनाई जा रही है।
आमने-सामने की लड़ाई में हुए कमजोर
आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी ने कहा की आमने-सामने की लड़ाई में नक्सली अब कमजोर हो चुके हैं। उनकी संख्या भी सीमित हो चुकी है। ऐसी स्थिति में उनकी गुरिल्ला विंग इस तरह के हमले कर रही है। हमने इसका तोड़ आयरन शीट के रूप में ढूंढ लिया है। अब हमारे कैंप पूरी तरह से सुरक्षित हैं।फ्लायर जोड़…..
नक्सल अभियान नहीं, भविष्य सुरक्षित करने का मिशन
सीएम बोले-
रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय में छत्तीसगढ में नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा की। बैठक में सीएम ने कहा, नक्सल उन्मूलन केवल एक अभियान नहीं, बल्कि बस्तर और छत्तीसगढ़ के भविष्य को सुरक्षित करने का मिशन है।
उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में प्रदेश को नक्सलमुक्त बनाने के संकल्प के साथ दृढ़ता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद का समूल उन्मूलन करना हमारा लक्ष्य है और इस दिशा में हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं।