रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज सातवां दिन है। बजट सत्र के सातवें दिन राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। इस घोषणा के तहत बिलासपुर और जशपुर में सर्पदंश से हुई मौतों के मुआवजे की जांच की जाएगी। सर्पदंश से होने वाली मौतों पर मुआवजे के नाम पर अधिकारियों ने करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया। सदन में भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला द्वारा लगाए गए आरोप पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने जांच की घोषणा की।
विधायक सुशांत शुक्ला ने विभाग की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर कहा कि सर्पलोक कहे जाने वाले जशपुर में 96 लोगों की सर्पदंश से मौत हुई, जबकि बिलासपुर में 431 लोगों की मौत हो जाती है, जो संभव नहीं। मुआवजे में करोड़ों की गड़बड़ी हुई है, फर्जीवाड़ा किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष ने आसंदी से कहा कि सांप फर्जी था कि आदमी फर्जी था। मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि पहली बार ये जानकारी में आया है। ऐसा है तो विधायक जानकारी दें, इसकी जांच कराई जाएगी।
सुशांत शुक्ला ने कहा कि पहले जांच हुई है क्या? जबकि पहले भी शिकायत हुई है। राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों का घोटाला हुआ है। इसकी सचिव स्तर के अधिकारी से जांच करायेंगे क्या?
मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुझे शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच और कार्रवाई दोनों होगी। इसके साथ मंत्री टंकराम वर्मा की सदन में घोषणा कि बिलासपुर में सर्पदंश से 431 मौत की जांच कराई जाएगी।