दुर्ग 4 जनवरी 2025। दुर्ग में जिला में ठगी का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक रेलवे कर्मी ने अपनी बेटी और उसके ब्वॉयफ्रेंड के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करायी है। पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी ने अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर पहले तो माता-पिता और ममा के कुछ दस्तावेज लिये। फिर उन्ही दस्तावेजों के आधार पर उन्होने बैंक से करीब 55 लाख रूपये का लोन ले लिया। बैंक से लोन की किस्त कटने का मैसेज आने के बाद उन्हे इस धोखाधड़ी की जानकारी हुई, जिसके बाद उन्होने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
उसने बताया कि एडमिशन में प्रोसेस के लिए उसे मां की तीन महीने की सैलरी स्लिप, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पापा के रेलवे का आईडी कार्ड चाहिए। इस बीच शौर्य और खुशबू साथ में भिलाई आते जाते रहे। घर आने के दौरान शौर्यजीत ने खुशबू की मां के मोबाइल का पूरा डेटा अपने मोबाइल में ट्रांसफर कर लिया। इसके साथ ही जो भी ओटीपी आया, वो भी फाइनेंस कंपनी को बता दिया। संदेह होने पर जब मां ने उससे पूछा, तो उसने कॉलेज के काम से मोबाइल यूज करने की बात कहकर गुमराह कर दिया।
दस्तावेज जमाकर बैंक और फाइनेंस कंपनियों से लिया लाखों का लोन
पुलिस ने बताया कि मां और पिताजी के डाक्यूमेंट लेने के कुछ महीने तक परिवार को लोन की जानकारी नहीं हुई। जब ईएमआई नहीं जमा हुआ, तो बैंक और फाइनेंस कंपनियों से उनके पास मैसेज और फोन करना शुरू कर दिया। मां ने देखा की उनकी सैलरी अकाउंट से लोन की किस्त कट रही है। जब छात्रा की मां ने बेटी से पूछा, तो उसने दोबारा गुमराह करने के लिए कहा कि यह ट्रेडिंग कंपनी का मैसेज है।
नरेंद्र ध्रुव को पत्नी की सैलरी अकाउंट से पैसा कटने के बाद संदेह हुआ। इस पर नरेंद्र ने अपने छोटे भाई चंद्रप्रकाश ध्रुव को मैसेज भेजकर जानकारी मांगी। जांच करने पर पता चला कि उनके नाम पर लोन लिया गया है। उसी की किस्त बैंक और फाइनेंस कंपनी द्वारा काटी जा रही है। इस जानकारी के बाद नरेंद्र धु्रव और उनकी पत्नी को सच्चाई का पता चला कि उनकी बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर धोखाधड़ी की है।
लोन की राशि प्रेमी ने अपने पिता के खाते में किया ट्रांसफर
इस मामले की शिकायत के बाद नेवई पुलिस ने जब जांच की, तो पता चला कि शौर्यजीत साहू ने पहले तो युवती को अपने साथ मिलाकर उसके माता-पिता के नाम पर लोन लिया। इसके बाद उस लोन की राशि 41 लाख 98 हजार 827 रुपए अपने पिता योगेश साहू के खाते में ट्रांसफर किया। फिर उस पैसों को निकाल लिया।
लड़की के पिता रेलवे में कर्मचारी और मां मां स्कूल में लेक्चरर
पुलिस ने बताया कि अपने परिजनों के साथ धोखाधड़ी करने वाली युवती की मां शासकीय स्कूल में लेक्चरर हैं और पिता रेलवे में कर्मचारी हैं। पिता ने बताया कि 6 महीने पहले जब तक उन्हे इस धोखाधड़ी की जानकारी नही थी, तब उनकी बेटी हमेशा अपनी मां और मामा से बात करती थी। भिलाई अपने घर भी आती थी। जब से उसने 55 लाख की ठगी की उसके बाद से वह पिछले 6 महीने से उसने ना तो बात किया और ना ही घर आई है। फिलहाल पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर इस मामले में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।