सूरजपुर। सूरजपुर में प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्याकांड के मुख्य आरोपी जिला बदर कुलदीप साहू को मदद पहुंचाने के आरोप में आरक्षक प्रदीप साहू को बर्खास्त किया गया है। आईजी अंकित गर्ग के आदेश पर कोरिया की एडिशनल एसपी मोनिका ठाकुर और बलरामपुर एसडीओपी इमानुएल लकड़ा ने पूरे मामले की जांच की थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी सूरजपुर प्रशांत ठाकुर ने बर्खास्तगी की कार्यवाही की।
13 अक्टूबर की रात सूरजपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या सूरजपुर के बाजार पर निवासी कबाड़ी कुलदीप साहू ने कर दी थी। कुलदीप साहू जिलाबदर था। इसके बावजूद जिले में प्रवेश पर पुलिस ने जब कार्यवाही करनी चाही तब आरक्षक पर पर खौलता तेल फेंक कर कुलदीप साहू फरार हो गया था। फरारी के दौरान कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की घर घुसकर तलवार से बेरहमी से हत्या कर दी। 14 अक्टूबर को मां बेटी का सब मिलने के बाद पुलिस कुलदीप साहू की तलाश कर रही थी। कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर सूरजपुर पुलिस को सौंपा था।
मामले में यह जानकारी सामने आई कि कोतवाली थाने में पदस्थ आरक्षक प्रदीप साहू ने आरोपी कुलदीप साहू की अप्रत्यक्ष तौर पर मदद की थी। डबल मर्डर के सह आरोपी सूरज साहू की गिरफ्तारी के बाद उसके परिचितों के संपर्क में आरक्षक प्रदीप साहू रहा था। मामले में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने प्रदीप साहू को बर्खास्त कर दिया है।