स्पेशल रिपोर्ट(धर्मेंद्र यादव)/धमतरी.धमतरी जिले में अनोखी तरह की परंपरा मनाई जाती है । परंपरानुसार इस जात्रा में सात पाली के देवी देवताए उड़ीसा बस्तर से भी पहुंचते हैं।हम बात कर रहे हैं धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक से बोरई क्षेत्र की जहां भव्य और अनोखी देवी जात्रा मनाई जाती है ।यह जात्रा भादो मास में मनाया जाता है इसलिए यह भादो जात्रा के नाम से प्रसिद्ध है।सैकड़ों साल से चली आ रही यह जात्रा भंगाराम देवी के नाम से स्थापित है।बता दें यह जाता कुंवर पाठ को अगुआई में संपन्न होता है।इस जात्रा में उड़ीसा बस्तर सहित सात पाली से देवी देवताओं का आगमन होता है।
भंगाराम देवी देती है देवी देवताओं को सजा
मान्यता है कि भंगाराम देवी को न्याय की देवी कहा जाता है और यह जात्रा स्थल भंगाराम देवी का न्यायालय है। इस स्थल पर भंगाराम देवी न्यायाधीश के रूप में विराजमान होती हैं जिसके बाद जात्रा में पहुंचे सात पाली के देवी देवताओं से बारी बारी बयान बाजी होता है।बयान बाजी के बाद जो भी देवी देवता दोषी पाए जाते हैं उनको देवी भंगाराम के द्वारा कारागार(पाताल) में डाल दिया जाता है।इस प्रकार से भंगाराम देवी जात्रा में पहुंचे सारे देवी देवताओं का न्याय और फैसला करती है।जिसके बाद सभी देवी देवताओं का सह सम्मान बिदाई किया जाता है।
*नगरी से उड़ीसा जाने वाले मार्ग में है यह स्थान*
भंगाराम देवी के स्थल की बात करें तो धमतरी जिले के अंतिम छोर ग्राम बोरई के क्षेत्र में यह स्थापित है।यह स्थान नगरी से उड़ीसा जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थापित है।यह जात्रा स्थल जिसे कुर्सी घाट के नाम से जाता है।
*पूर्वज काल से चला आरा है देव अदालत*
मान्यता अनुसार यह जात्रा पूर्वजों के काल से मनाया जा रहा है।पूर्वजों का कहना है यह जात्रा एक देव अदालत है जिसमे देवी देवताओं का परीक्षा लिया जाता है।सात पालियों से आए सभी देवियों में से जो भी देवी समस्या का निवारण नहीं कर पाते हैं तो उस देवी को भंगाराममाइ के द्वारा सजा दी जाती है।इस जात्रा में हजारों की संख्या में जन सैलाब लगा रहता है।सभी देवी अपनी प्रतिभा को निखारते हुए भंगाराममांई के द्वार पर नृत्य करते हैं।फूल मालों से सज कर ढोल बाजे के साथ देवी देवताएं मंदिर के चारों ओर भ्रमण करते हैं।मान्यता है भंगाराममाई सबकी मनोकामना पूरी करती है।
इस जात्रा में देवी प्रमुख प्रफुलचंद्र ठाकुर,पुजारी चेतराम मरकाम,जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी,राजेश समरथ,पुनाराम ,आसाराम,जगत राम,सरपंच जागेश्वर ध्रुव,सरपंच सोनराज.वटी,नंदकिशोर ध्रुव, पंच देव सिंह ध्रुव,घसु राम मरकाम,पत्रकार चैन सिंह गहने थाना प्रभारी चक्रधर बाघ,प्रधान आरक्षक याद कुमार सिरदार,योगेंद्र सिंह कंवर ,भुवनेश्वर जोलडे आदि मौजूद रहे।