नीरज उपाध्याय/केशकाल:– केशकाल वनमण्डल अंतर्गत इको पर्यटन केंद्र टाटामारी में सोमवार को वन विभाग द्वारा राज्यस्तरीय दो दिवसीय इमली संग्रहण हेतु प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कांकेर एवं जगदलपुर वन वृत्त के अलावा बालोद, धमतरी, सरगुजा समेत 12 जिलों कुल 300 से अधिक लोग शामिल हुए। इस दौरान अपर प्रबंध संचालक बी आनंद बाबू व डीएफओ गुरुनाथन एन. की मौजूदगी में जिला यूनियन के सदस्यों को इमली संग्रहण, प्राथमिक प्रसंस्करण, गुणवत्ता नियंत्रण व भंडारण की जानकारी दी गई।
इस दौरान अपर प्रबंध संचालक बी आनंद बाबू ने बताया कि पहले वन धन समूह की महिलाओं व ग्रामीणों के द्वारा इमली संग्रहण किया जाता था लेकिन अधिकांश उनकी गुणवत्ता सही नहीं होती थी। इसलिए इस बार प्रशिक्षण में महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण रूप से इमली संग्रहण करने के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी गई है। क्योंकि जितनी अच्छी गुणवत्ता होगी समूह को लाभ भी उतना अधिक होगा। जिससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
मास्टर ट्रेनर ऐश्वर्या दास ने बताया कि बस्तर के ग्रामीण अंचल में इमली की अच्छी पैदावार होती है। लेकिन गांव में जिस प्रकार से इमली का संग्रहण किया जाता है, उससे महिलाओं को उचित मूल्य नहीं मिल पाता। ऐसे में गांव में इमली का बेहतर तरीके से संग्रहण करवाने एवं समूहों की आमदनी बढ़ाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें इमली तोड़ने, ग्रेडिंग, प्रोसेसिंग आदि के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया जा रहा है। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण के पश्चात हमारी टीमें वृत्त एवं गांव स्तर पर जाकर समूहों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस दौरान मुख्य रूप से अपर प्रबंध संचालक बी. आनंद बाबू, संग्रहण विशेषज्ञ हेमंत पांडे, सीसीएफ केनी मैथ्यू, डीएफओ गुरुनाथन एन, एसडीओ सुषमा जे. नेताम, एस.आर ठाकुर समेत सभी मास्टर ट्रेनर एवं अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।